क्या वह ऐसा है जैसे मैंने नीचे दिखाया है?
“मुझे आश्चर्य होता है, कि जिस ने तुम्हें मसीह के अनुग्रह से बुलाया उस से तुम इतनी जल्दी फिर कर और ही प्रकार के सुसमाचार की ओर झुकने लगे। परन्तु वह दूसरा सुसमाचार है ही नहीं: पर बात यह है, कि कितने ऐसे हैं, जो तुम्हें घबरा देते, और मसीह के सुसमाचार को बिगाड़ना चाहते हैं। परन्तु यदि हम या स्वर्ग से कोई दूत भी उस सुसमाचार को छोड़ जो हम ने तुम को सुनाया है, कोई और सुसमाचार तुम्हें सुनाए, तो श्रापित हो। (गलातियों १:६-८)
एक दूसरा यीशु और एक अलग सुसमाचार:
- दूसरा यीशु पाप से मन फिराने के बारे में बातें नहीं करता
- विश्वास पर ज़ोर देता है पर पवित्र आत्मा द्वारा नियंत्रित नये जीवन की माँग नहीं करता
- यह दूसरा यीशु इस दुनिया के वैभव पर गर्व करता है
- ये आपको समाज और सरकार में संपन्न व शक्तिशाली बनाने के वादे करता है
- वह आपको प्रभावशाली बनाता है
- वह संसार में आपको आदर-सत्कार और सम्मान दिलवाता है
- ये दूसरा यीशू सिर्फ एक शब्द “धन” से आपकी सारी प्रार्थनाओं का उत्तर देता है
- वह गरीब, मूर्ख, कमजोर और कुचले हुओं को धन्य नहीं परंतु उन्हें शापित मानता है
- वह कोढियों, अंधो, बंधुओं और दबे हुओं के साथ नहीं दिखता परंतु सांसारिक चमक दमक से प्रसन्न होता है
- दूसरा यीशू अपने पीछे आने वालों से ‘अपने आप का इनकार’ वाली शर्त नहीं रखता और प्रतिदिन “क्रूस उठाने” की याद नही दिलाता
- वह आपको प्रसिद्धि और दौलत का आशीर्वाद देता है
- ये दूसरा यीशू झुकने की ज़रूरत नही समझता है पर अपने अनुयाइयों को ऊंचे पायदानों पर उठाता है
- यह दूसरा यीशू स्वर्ग के सिंहासन पर नहीं पर संसारिक सिंहासन पर बैठता है
- दुनिया वालों को तो बस जादूगर सा दिखता है
- ये बस अपने चेलों को खुश करना चाहता है
- वह धनि और प्रसिद्ध लोगो के बीच देखा जाता है
- यह दूसरा यीशु अपने चेलों को सेवक नहीं स्वामी बनाता है पाँव धोना तो दूर की बात है
- यह संसार के सारे तंत्र को अपनी शक्ति के रूप मे इस्तेमाल करता है
- वह दूसरों को दुखी देखकर रोता नहीं
- दूसरे यीशू के मुँह मे सर्व त्याग की बातें जैसे – “तुम में से जो कोई अपना सब कुछ त्याग न दे, तो वह मेरा चेला नहीं हो सकता” इत्यादि नहीं आतीं
- सच्चे प्रभु यीशू की घोषणा कि “मार्ग और सत्य और जीवन मैं ही हूं; बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुंच सकता” इस का ज़िक्र नहीं करता
शिष्य थॉमसन