भूत प्रेत नहीं निकाले किसी ने (Evil Spirts)

“भूत प्रेत (Evil spirits) नहीं निकाले किसी ने”
पुराने नियम के समय के दौरान

चाहे इब्राहिम , मूसा, शमूएल, दाऊद, दानिएल, युहना बप्तिस्मा देनेवाला या और कोई भी नबी क्यों न हो। जब प्रभु यीशु आये तो बीमारों को चंगाई देने के बाद दूसरा कार्य किया वो था भूतप्रेतों से छुटकारा।

भूत प्रेत ग्रसित और आतंकित लोग प्रभु यीशु के आने के पहले भी थे। लेकिन उन्हें मुक्त करने की शक्ति किसी के पास नहीं थी, न ही कोई नाम था जिसकी शक्ति से मुक्त किया जाए।

परमेश्वर ने नाम दिया था ‘यीशु’ जिसका अर्थ है, ‘उद्धारकर्ता’।

या बंधन से मुक्त करनेवाला।

प्रभु यीशु मात्र पाप क्षमा करने नहीं आये थे।

लेकिन हमारे अंदर अपने पवित्र आत्मा के दान की शक्ति देने आए थे, जिससे हम विजय का जीवन जी सकें, और हर शैतानी शक्ति और भूतप्रेतों के बंधन को तोड़ सकें।

प्रभु यीशु ने कहा मैं इसलिए आया हूँ कि बंधुओं को मुक्त करूँ। लूका ४:१८

दुष्ट शक्तियां शरीर के अंदर और बाहर से भी बंधन डाल सकती हैं।

प्रभु यीशु के नाम की शक्ति से ही मुक्ति मिलती है।

“और उसको वह नाम दिया जो सब नामों में श्रेष्ठ है। कि जो स्वर्ग में और पृथ्वी पर और पृथ्वी के नीचे हैं वे सब यीशु के नाम पर घुटना टेकें और हर एक जीभ अंगीकार करे कि यीशु ही प्रभु है। – फिलिपिओं २:९-१०

प्रभु यीशु के नाम में सामर्थ और अधिकार है।

उसने कहा, तुम मेरे नाम से जाओ।

आज सवाल है।
क्या यीशु नाम की शक्ति का उपयोग आप कर पा रहे हैं ?

जय #यीशु